बस ताल्लुकात ही ना रहे तुझसे ,
मोहब्बत तो तुझसे आज भी करते है
कुछ लोग जाहिर नहीं करते है,
लेकिन परवाह बहुत करते है
यादें रह जाते है याद करने के लिए ,
और वक़्त सब लेकर गुजर जाता है ,
लोगों के चेहरे मत जाना ,
चेहरे से बड़ा कोई नकाब नहीं होता है
कुछ रिश्ते बहुत रूहानी होते है ,
अपनेपन का शोर नहीं मचाया करते है !!
उनके जाने की गुजारिश, हमारी रोकने की जिद्द ,
इस बिच की वो ख़ामोशी इश्क़ है !!
याद बनकर जो तू मेरे साथ रहती है ,
तेरे इस एहसान का सौ बार शुक्रिया !!
रात को कह दो कि ज़रा धीरे से गुजरे ,
काफी मिन्नतों के बाद आज दर्द सो रहा है !
किसी ने क्या खूब कहा है , अकड़ तो सब में होती है,
झुकता वही है जिसे रिश्तों की फ़िक्र होती है
kisee ne kyaa khoob kahaa hai , akad to sab men hotee hai,
jhukataa vahee hai jise rishton kee phikr hotee hai !
जिसके नसीब मे हों ज़माने की ठोकरें,
उस बदनसीब से ना सहारों की बात कर।
बुला रहा है कौन मुझको उस तरफ,
मेरे लिए भी क्या कोई उदास बेक़रार है।
वो तेरे खत तेरी तस्वीर और सूखे फूल,
उदास करती हैं मुझ को निशानियाँ तेरी।
थक गया हूँ मैं हवा से कहो बुझाए मुझे।
Ajab chiraag hoon din-raat jalataa rahataa hoon,
thak gayaa hoon main havaa se kaho bujhaa_e mujhe.
जब कभी फुर्सत मिले मेरे दिल का बोझ उतार दो,
मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो।
लो अब जाने भी दो क्या करोगे दास्ताँ सुनकर,
ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं और बयाँ हमसे होगा नहीं।
Chalo ab jaane bhee do kyaa karoge daastaan sunakar,
khaamoshee tum samajhoge naheen aur bayaan hamase hogaa naheen.
मिजाज को बस तल्खियाँ ही रास आईं,
हम ने कई बार मुस्कुरा कर देख लिया।
Mijaaj ko bas talkhiyaan hee raas aaiin,
ham ne ka_ii baar muskuraa kar dekh liyaa.
किसी ने पूछा इतना अच्छा कैसे लिख लेते हो,
मैंने कहा दिल तोड़ना पड़ता है, लफ़्ज़ों को जोड़ने से पहले
“तेरी मोहब्बत को कभी खेल नहीं समझा,
वरना खेल तो इतने खेले है मैंने कि कभी भी हारा नहीं”
“Teree mohabbat ko kabhee khel naheen samajhaa,
varanaa khel to itane khele hai mainne ki kabhee bhee haaraa naheen”
नहीं फुरसत यकीन जनों हमें कुव्ह और
करने की तेरी बातें तेरी यादें बहुत मफ्स्रूफ़ रखती है
रोने से अगर मिलती चाहत इस ज़माने मैं तो
आज एक सहर होता मुझ से वफ़ा निभाने के लिए
तेरी महेफिल से उठे थे किसी को खबर तक ना थी
बस तेरा मोड़ मोड़ कर देखना हमें बदनाम कर गया
तुम मोहब्बत भी मौसम की तरह करते हो
कभी बरसते हो तो कभी एक बूंद के लिए तरसते हो
tum mohabbat bhee mausam kee tarah karate ho
kabhee barasate ho to kabhee ek boond ke lie tarasate ho
नसीब अच्छे ना हो तो खूबसूरती का किया फ़ायदा
दिलों के सहेजादे फकीर हुवा करते है
नींद तो दर्द के बिस्तर पे भी आ सकती है
उनकी आगोश में सर हो ये ज़रूरी तो नहीं
किसको निभा ना सकू मैं ऐसा वादा नहीं करता
में बातें अपनी औकात से जायदा नहीं करता
kisako nibhaa naa sakoo main aisaa vaadaa naheen karataa
men baaten apanee aukaat se jaayadaa naheen karataa
तुम बहुत दिल नशीन थी,
पर जबसे किसी और की हो गयी हो, तबसे ज़हर लगती हो.
किस्मत और दिल की आपस में कभी नहीं बनती,
क्यूंकि जो दिल में होता है वो कभी किस्मत में नहीं होता है.
तुमने कहा था आँख भर कर देख लिया करो मुझे,
पर अब आँख भर आती है और तुम नज़र नहीं आते हो.
Tumane kahaa thaa aankh bhar kar dekh liyaa karo mujhe, par ab aankh bhar aatee hai aur tum nazar naheen aate ho.
कभी बहुत थे हमारे भी चाहने वाले,
और एक दिन इश्क हुआ और हम लावारिश हो गए
Kabhee bahut the hamaare bhee chaahane vaale,
aur ek din ishk huaa aur ham laavaarish ho ga_e
कितना बुरा लगता है, जब बादल हो और बारिश ना हो,
जब आंखे हो और ख़्वाब ना हो, जब कोई अपना हो और कोई पास ना हो।
उदास होंठों पे मुस्कराहट के फूल आये तो जान लेना की
दिल के अंदर कोई उदास, बहुत उदासी में ढल रही है